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चुदाई की कहानी 2020; जमादारनी की चुदाई भाग 4

अब दोस्तों हुआ क्या मैं जमादारनी को बिस्तर पर ही चूसने लगा। उसका एक थन मैं हाथ से दबाता रहा तो दूसरा मुँह चूसता रहा। इस तरह जमादारनी को मैं चुदाई के लिए तैयार करने लगा। दोस्तों ये मेरी कहानी का चौथा भाग है अगर अपने पहले के भाग पढ़े तो नीचे दिए गए लिंक पर जाए।

चुदाई की कहानी 2020; जमादारनी की चुदाई भाग 1

चुदाई की कहानी 2020; जमादारनी की चुदाई भाग 2

चुदाई की कहानी 2020; जमादारनी की चुदाई भाग 3

अब अगर अपने पहले की कहानियाँ पढ़ ली तो अब बात करते है आगे होने वाली चुदाई की।

जमादारनी को पूरा मजा आ रहा था। कुछ देर बार मैंने उसकी सलवार में हाथ घुसा कर चुत में ऊँगली शुरू कर डाली और वो मचलने लगी।

मैंने उसका नाडा खोला और कच्छी में हाथ डालकर गीली चुत में उनलगी शुरू कर डाली।

जमादारनी को मजा आने लगी उसके बाद मैं जल्दी से उसे नंगा किया और वो शर्म के मरे नीचे देखने लगी।

उसके बाद मैं खुद नंगा हुआ और उसके सामने बेशर्म होकर लिंग हिलाता रहा। कमरे में मेरे लंड और बू फेल गई। हम दोनों के अंग अपने मुँह से पानी निकालने लगे।

उसी वक्त मैं समज गया की अब चुदाई का वक्त आ गया। मैंने जल्दी से जमादारनी की टांगे खोली और उसके सामने खड़ा होकर नीचे से लंड घुसाने लगा।

जमादारनी ने मुझे रोका और कहा “कंडोम तो लगा लो !!”

फिर मुझे याद आया वर्ण तो पता नहीं क्या हो जाता। मैंने जल्दी कंडोम लगाया और जमादारनी ने अपने हाथ पर थूका और अपनी चुत रगड़ने लगी।

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चुत पूरी गीली थी तो मैं आराम से अपना लंड अंदर डाला और खड़े खड़े जमादारनी को चोदने लगा।

जमादारनी तेज सासे लेती हुई मेरे माथे से अपना माथा चिपका कर खड़ी रही और मैं जोरदार धके लगाने में लगा रहा।

तो दोस्तों इस तरह उसके पर मेरे लिंग से लार टपकने लगी और नीचे का फर्श गीला होने लगा। मैं बिना रुके जमादारनी की चुदाई में लगा रहा और लॉकडाउन में भी अपने आप को सेक्स का पूरा आनंद दे पाया।

चोदते चोदते जमादारनी की जांघ कांपने लगे तो मैं उसे उठाया और बेड पर लेटा कर टांगे खोला और उसे धके लगाने लगा। दोस्तों सेक्सी जमादारनी को पूरा नशा चढ़ा था। लेती लेती वो थन खुद ही दबाने लगी और उसे देख मेरा भी लिंग जरूरत से ज्यादा ही खड़ा हो गया।

चोदते चोदते मेरी सांस फूलने लगी तो मैं रुक गया पर जमादारनी नहीं। वो अपना शरीर आगे पीछे हिला कर मेरा लंड चोदने लगी।

मैं आगे झुका और उसके थन चूसता हुआ उसके होठो को चूमने लगा। दोनों दूध लाल हो गए और जमादारनी का शरीर पसीना पसीना हो गया।

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कुछ देर बाद मैंने चुत से लंड निकाला और उसकी गांड में दने लगा। मैंने उसे बिना बताए ही गांड में लंड घुसा दिया।

जमादारनी जो अजीब सा दर्द हुआ और वो चिल्लाने लगी। पर मुझे टाइट गांड चोदने में मजा आ रहा था।

उसे आनंद देने के लिए मैं अपना एक हाथ उसकी चुत पर रखा और अंदर ऊँगली घुसा कर चुत की भी चुदाई करने लगा।

देखते ही देखते जमादारनी सेक्स के आनंद में खो गई और चुत से मलाई निकलनी शुरू हो गई।

बस उसी दौरान मैंने उसके कंधो के अगल बगल में अपने हाथ जमाए और उसकी टंगे ऊपर कर के फैला कर उसकी चुत में अपना लंड देकर जोर जोर से उछलने लगा। जमादारनी की तो उस पल सासे रुक गई। मैं जोर जोर से उसपर कूदता रहा और चुदाई का पूरा मजा लेता रहा।

तो दोस्तों ये थी मेरी हॉट देसी कहानी का अंतिम भाग। अंत में मैं झड़ने लगा और मैंने पूरा कंडोम भर डाला।

इसी तरह जमादारनी और मेरी आशिकी आज भी बरकरार है और जम तब मैं उसकी चुत का छेद बड़ा नही कर देता मैं उसे नहीं छोड़ने वाला।

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