दो परिवार का प्यार भाग-3
दोस्तों मेरे परिवार की चुदाई की कथा है अगर आपको पसंद आई तो मुझे बताना। मेरी कहानी दो परिवार का प्यार के पहले भाग पढ़ने के लिए नीचे क्लिक करे।
फिर हम दोनो घर आ गए ताई बोली क्या हुवा मम्मी ताई से दीदी वो सब बहुत अलग है वो लोग खुला सेक्स करते है मुझे भी करवाया ताई मुस्कुराते हुवे अच्छा ठीक है मोनिका तुमने सब ठीक कर दिया मम्मी बोली दीदी अकरम आपको बुला रहे है ताई ये क्या कह रही हो मम्मी अगर आपका मन हो तो ताई नही नही के गलत है फिर असली कहानी रात को हुवी जब तबसुम आयी सब लोग बाते कर रहे थे फिर मम्मी ने जान बुज कर सबको वहा से हटा दिया तबसुम पापा से बात करते हूवे बोली आप अपनी वाइफ का ख्याल नही रखते है नीरज जी उसने पापा के जगह पर हाथ पिराने लगी पापा मूड में आ गए उन्होंने तबसुम की सलवार पे हाथ डाल दिया किस करने लगे तभी मम्मी बोली ये क्या हो रहा है
पापा डर गए बोले सॉरी मम्मी हस्ते हूवे ये सब आप लोग कमरे में कीजिये पापा बोले ये क्या बोल रही हो मम्मी ने पापा को पूरी स्टोरी बता दी पापा ने तबसुम के बूब्स दबाने लगे किस करने लगे तभी पीछे ताऊ आ गए उन्होंने मेरी मम्मी को पकड़ लिया बूब्स दबाने लगे मम्मी ने सरमाते हुवे आप जेठ जी ताऊ साली रंडी चाँद से चुद आयी अब सरमा रही है मम्मी नर ताऊ की नेकर में हाथ डाल सहलाने लगी वो ताऊ के साथ कमरे में चली गयी।
पापा तबसुम की चूत में दक्के लगा रहे थे आह आह की आवाज पूरे घर में आने लगी पापा आह…ले साली आह …कुतिया ले आह तबसुम चोदो मुझे आह फिर पापा उसकी चूत में अपना माल गिरा दिए।
पापा और तबसुम सोने लगे मैं मम्मी को बुलाने गया वहाँ पर ताऊ मम्मी की गाड़ मार रहे थे मम्मी आह ….हआआआ जेठ जी आह पका पक चुदाई चल रही थी ताऊ निढाल हो गए गिर गए मैं भी अपने कमरे में आ गया।
अगले दिन तबसुम आंटी अपने घर चली गयी सब नार्मल चल रहा था एक दो दिन बाद मम्मी उनके घर जाने लगी मैं भी उनके साथ गया तभी चाँद मुस्कुराते हुवे बोला आयी मोनिका जी फिर वहाँ पर तबसुम भी आ गयी तभी तबसुम बोली दीदी आप इस बच्चे को क्यो ले आती हो मम्मी बोली इसको क्या पता क्या हो रहा है तभी चाँद बोला अब बस आप जल्दी से किसी दिन रेखा को भी ले आईये मम्मी बोली क्यो उनकी कौन लेगा चाँद बोला अकरम भाई और कोन मम्मी बोली ठीक है आज रात को ले आऊँगी पर आगे आप लोग संभाल लेना फिर मम्मी चली आयी।
रात को मम्मी ताई से बोली दीदी आपको अकरम ने बुलाया है ताई बोली क्यो मम्मी पता नही तभी मम्मी और ताई और मैं रात को गए तभी वहा सब लोग बाते कर ने लगे अकरम ताई के पास बैठ गए और उनके जाँघे सहलाने लगे ताई ये क्या कर रहे हो आप अकरम बोला आज रात आप मेरे पास रुक जाओ ताई गुस्साने लगी मम्मी हस्ते हुवे बोली अरे दीदी मजे ले लो ताई मम्मी से बोली क्या कह रही हो फिर मम्मी ने ताई को सारी स्टोरी बताई तबतक अकरम ताई के ब्लाउज को दबाने लगे ताई अकरम के साथ रूम में चली गयी।
मम्मी बोली अच्छा मैं चलती हु तभी मम्मी तबसुम से बोली तुम भी चलो तबसुम बोली आज नही आज आप रुबीना बहन को लिए जाओ तभी रुबीना बोली ठीक है आज मैं चलती हु फिर हम घर आ गए रुबीना ने पापा को पकड़ लिया किस करने लगी पापा भी रुबीना के बूब्स दबाने लगे दोनो मस्त हो गए तभी मैं अपने रूम में चला गया एक घण्टे बाद निकला देखा पापा रुबीना चुदाई कर रहे थे कमरे से आह….आह….की आवाजे आ रही थी मम्मी भी ताऊ के साथ नग्गी चिपकी पड़ी थी ताऊ उनके बूब्स पी रहे थे फिर मुजे नींद आ गयी मैं सो गया।
अगली सुबह जब उठा तो रुबीना और मम्मी चाय पी रही थी फिर मैं मम्मी और रुबीना आंटी के साथ उनके घर आये
ताई को देखा तो दग रह गया वो बीच घर में अकरम के लड़के से चुद रही थी वो दक्के लगा रहा था ताई चीख रही थी कुछ देर बाद दोनो सन्त हुवे ताई ने कपड़े पहनने मम्मी बोली कैसा लगा ताई मजा आ गया फिर सब बाते करने लगे तभी अकरम का लड़का ताई से बोला आंटी अपनी बहु आज बुला लो ताई गुस्से में बोली क्यो अपनी बीवी का बदल लेना है सब हँसने लगे।
एक दिन रात को तबसुम का जन्म दिन था मेरे पूरे घर को बुलाया गया रात को मेरा पूरा घर उनके घर गया उन लोगो ने हाल में सारा इन्तजाम किया था सब लोग वहाँ पहुँचे तब वहा सिर्फ मेरा घर और उनका घर था सब आपस में बाते करने लगे वहा पर शराब भी चलने लगी तभी चाँद ने मम्मी को किस कर दिया ।
स्टोरी कैसी लगी मुझे मेल करे।।