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रंडी को चोद कर उसका घमंड तोडा !! भाग 2

मैं इसी तरह उसको चूमता रहा ताकि उसका शरीर गर्म होकर मेरा लिंग सहन कर सके। मेरा नाम अभिनव है और ये मेरी कहानी का दूसरा भाग है पहला बहग पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे (रंडी को चोद कर उसका घमंड तोडा !! भाग 1)।

मैं मीनाक्षी की गर्म चुत में मस्त ऊँगली करता रहा। चुत अंदर से काफी गर्म गर्म थी और मैं ये सोचने लगा की इसके अंदर लिंग घुसा कर केसा महसूस होगा। 

मैं मीनाक्षी को जल्दी जल्दी गाड़ी के पीछे बैठने को कहा और खुद भी पीछे चला गया। 

मीनाक्षी – अहह !! मैंने ! मैंने जो तुमसे पूछा उसका तुमने जवाब नहीं दिया !!

मैंने मीनाक्षी की बात अनसुनी की और अपना लिंग जीन्स की जीप से बाहर निकाल कर मीनाक्षी की पीछे से गर्दन पकड़ा और उसे अपना लिंग चुसाने लगा। 

अहह अहह मुझे काफी मजा आया। उसका गर्म मुँह मैंने चोदना शुरू कर दिया। अचानक मीनाक्षी के मुँह में भी थूक ही थूक भर गया। 

लंड चुसाते हुए मीनाक्षी में मुँह में पानी भर गया जिसे वो खासे हुए मेरे लंड पर थूकने लगी। 

उसके बाद मैं जल्दी से मीनाक्षी के पैर खोल कर उसे बिठा कर उसकी चुत चाटने लगा। मेरी जबान जैसे ही उसकी चुत पर लगी वैसे ही मीनाक्षी के अपनी चुत से सोचने लगी और मैं लंड से। उसने मुझ से सवाल पूछना बंद कर दिया और बस मेरा सर पकड़ कर मुझे अपनी चुत चटवाने लगी। 

भोसड़े का स्वाद पहली बार मेरी जुबान पर था। मैं किसी कुत्ते की तरह उसकी चुत की लार चाटता रहा। जैसे जैसे उसकी छूट ज्यादा गीली होने लगी मीनाक्षी की चुदाई पास आने लगी। 

कुछ देर बाद मैंने उसे नीचे से चाटना रोक दिया और पीछे होकर चुत देखता रहा। 

मीनाक्षी – क्या हुआ रक क्यों गए आप !!

मैं कुछ नहीं बोला और चुत को देखता रहा और अगले ही पल उसकी चुत से अपने आप ही लार टपकने लगी। 

बस दोस्तों मैंने भी अपना गीला लंड उठाया और चुत के अंदर बिना कंडोम के दे मारा।  मीनाक्षी की आंखे आनंद से उलटी हो गई और उसने मेरे चूतड़ों को अपने नाख़ून से नोच लिया। 

मैं छूट के अंदर लंड घुसते ही पागल सा हो गया और जोर से चुत पर उछाल उछाल कर अपनी कमर मारने लगा।   

मीनाक्षी – अहह अहह ! अहह !! उईई !! अहह !!

मैं – अह्ह्ह अह्ह्ह्हह येअहहह !!

मीनाक्षी – तुम कितने कमीने हो !!

मैं – तू साली रंडी !!

बस हमदोनो इसी तरह एक दूसरे को अपना असली रंग दिखा कर गालिया देते रहे। 

मीनाक्षी ने मेरी छाती को नाख़ून से नोचा और मुझे एक जोर का चाटा मार कर पूछा “मेरे सवाल का जवाब क्यों नहीं दिया तुमने !!”

मैंने कहा – मैं एक मामूली कार मकैनिक हूँ और ये गाड़िया मैं अपने मालिक की दुकान से लाता हूँ। 

बस मीनाक्षी का वही रोना निकल गया। एक तरफ उसकी चुत मेरे लंड की पिटाई से रो रही थी और दूसरी तरफ उसकी आँखे मेरा सच जान कर। 

मैं पुरे मजे से उसकी रोती हुई आँखों में आंखे डाल कर उसे चोद रहा था। 

मीनाक्षी – चोद साले मादरचोद !! तू और कर क्या सकता है। अभी जितना चोदना है चोद उसके बाद तुझे ऐसा मौका नहीं मिलने वाला रंडी के औलाद !!!!

मीनाक्षी मुझे चीख चीख कर गालिया देने लगी और मैं भी उसे चोदता हुआ उसके स्तनों को बेरहमी से दबाने लगा। 

उसके मोटे गोल बूब्स के सामने मेरे हाथ भी छोटे पड़ रहे थे। 

मीनाक्षी का चेहरा गुस्से से भरा था पर चुत मेरे लंड से प्यार कर बैठी थी। 

उस वक्त वो मुझे धका देखर वहा से भाग सकती थी पर नहीं उसे मेरा लंड लेने में मजा जो।    

इसी तरह मैं गाड़ी जोर जोर से हिला हिला कर उस सुनसान सड़क पर सेक्सी रंडी की चुदाई करता रहा और उसका सारा घमंड चकना चूर कर दिया। 

उसके बाद मीनाक्षी का शरीर छटपटाने लगा और चुत से पानी छोड़ने के लिए बस तैयार ही हो रहा था की तभी मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसके सुंदर मुँह पर अपना माल डाल दिया। ये थी मेरी सेक्सी कहानी रंडी को चोद कर उसका घमंड तोडा अगर पसंद आए तो मेल भेजना। 

ऐसा करके मैंने मीनाक्षी को जल्दी से उसके कपड़े पहनाए और उसे वही छोड़ कर चला गया। इस तरह मैंने न तो उसको संतुष्ट किया और न ही कुछ। उल्टा मैं उसका घमंड तोडा और उसके मुँह पर अपना माल झाड़ कर वहा से भाग गया। उसके बाद मीनाक्षी को मेरी हिमत और मर्दानगी से प्यार हो गया और उसने मुँह से सेटिंग करने की पूरी कोशिश की पर मैंने ही उसे मना कर दिया।

अरे भाई हाँ करता हूँ क्यों वो तो हर 2 महीने बाद बॉयफ्रेंड बदल लेती है न इसलिए।

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