| | | |

बेटे के साथ चुदाई और गांड की खुदाई 🙀💦💦🍆

पुणे की 41 साल की माँ नीलम ने अपने ही बटे से चुत की खुदाई करवाई। उन्होंने अपनी कहानी अन्तर्वासना कहानी पर भेज कर आप सभी को कामुक मनोरंजन देने की कोशिश की है। उनका कहना है की उनका बेटा पहली बार अपनी माँ को टाइट जीन्स में देख अपना लिंग खड़ा कर बैठा। बेटे को शांत और ख़ुशी देने के लिए नीलम ने वो किया जो समाज में करना काफी गलत मन जाता है।


मेरा नाम नीलम है उम्र 41 और मैं पुणे की रहने वाली औरत हूँ। जाहिर सी बात है मैं अपना असली नाम नहीं बताने वाली इलसिए बस ये कहानी अपना चुदाई की इच्छा को शांत करने के लिए पढ़ना। साथ ही मुझे कँनेट कर के नंबर या सेक्स के लिए मत बोलना।

मेरा एक 18 साल का लड़का है और मेरे पति एक किराने की दुकान के मिल्क है। बेटे की जवानी अपनी आपभी चालू हुई है तो मैंने अक्सर उसे अपना औजार हिलाते हुए पकड़ा है। उसके कछो पर लंड का पानी काफी ज्यादा लगा रहता है। कभी कभी तो उसने मुझे भी गन्दी नजर से द्ख है। जैसे की घर पर सफाई करते हुए वो मेरी छाती तो गांड देख अपने आप को आनंद देता है।

पर मुझे ये सब जानकर कभी बुरा नहीं लगा। मुझे तो इस उम्र में भी अपनी ख़ूबसूरती पर घमंड है। अब मेरा पति तो क्या मेरा बेटा भी मुझे चोदना चाहता है। एक दिन मैंने बाजार जाकर एक सेक्सी सी टाइट जीन्स खरीदी जो की काले रंग की थी।

सोचा था मैं पहन कर अच्छी दिखूंगी पर ऐसा नहीं था उल्टा मुझे अपनी बड़ी हु गांड की वजह से शर्म आने लगी। इस उम्र में औरतो के इतने बड़े चूतड़ होना काफी नार्मल सी बात है।

मेने सोचा की चलो एक दिन पहन कर देख लेते और बाप बेटा मुझे देख क्या कहते है ये भी पता लग जाएगा। मैंने सुबह सुबह संडे को जीन्स पहनी और अपना रसीला गदराया शरीर बाप बेटे के सामने ले कर खड़ी हो गई।

(नीलम के पिता को उनका ऐसे कपडे पहना पसंद नहीं आया। उन्हें लगा इस उम्र में इतनी बड़ी गांड अगर उनकी बीवी बाहर लेकर घूमेगी तो लोग गन्दी गन्दी बाते करेंगे यहाँ तक की छोटे बच्चे भी। इस उम्र में औरतो का शरीर काफी सेक्सी हो जाता है इसलिए ज्यादातर औरते साड़ी और सलवार सूट पहनती है।)

मेरे पति को मेरा पहनावा अच्छा नहीं लगा पर मेरा बेटा मुझे चुपचाप देखत रहा और उसकी नजर मेरी कमर और जांघो पर थी। उसके बाद मेरे पति काम पर चले गए और घर पर मेरा कुत्ते जैसा हवसी बेटा और मैं ही बचे थे।

बेटा मुझे जिस तरह से देख रहा था मुझे काफी कामुक किए जा रहा था। इसी वजह से मेरे बन में माँ बेटे की चुदाई जैसे गंदे ख्याल आने लगे।

पहले तो मैंने बेटे को खाना बना कर दिया और बार बार रोटी देने के बहाने नीचे झुक कर अपनी चूचियों की दरार दिखने लगी। बेटा मुँह फाड़ कर खाना खा रहा था और अपनी आंखे फाड़ कर मेरी खूबसूरती का मजा ले रहा था। इस तरह मेरी हिंदी पोर्न स्टोरी शुरू हुई। कुछ देर तक अपनी चूचिया दखने के बाद मैंने पास पड़ा झाड़ू पकड़ा और अपने ही बेटे के सामने झुक झुक कर सफाई करने लगी। मैंने अपनी भरी मोटी गांड बाहर निकली और नीचे झुक कर अपनी चूचिया देखते हुए बेटे के सामने सफाई करने का नाटक करने लगी।

पीछे बेटा बैठ कर कभी अपनी माँ की गांड देखता तो कभी चूचिया। उसकी बड़ी बड़ी आंखे और धीमी सासे देख मुझे पता लगा गया की कंबल के नीचे उसने अपने कच्छे में हाथ डाला हुआ है।

कुछ देर तक अपने बेटे को नजारा दिखा कर मैं अचानक से उसके पास गई और उसके ऊपर से काम्ब कीच लिया। नीचे देखा तो बेटे ने एक हाथ से अपने गोटे पाकर कर खींच रखे थे तो दूसरे खत से टोपे को पकड़ रखा था। उसका झाटो से भरा लिंग देख मुझे भी पुरानी चुदाई के यादें याद आने लगी।

जल्दबाजी में बेटे ने अपना लंड वापस अपनी जमाए में डाला और मेरे सामने शर्म से मुँह जुका कर बैठा रहा। मैंने प्यार से उसकी गर्दन को अपने हाथ से पकड़ा और उसका मुँह ऊपर कर के धीरे से होठो पर चुम लिया।

बेटा – माँ ये सब क्या कर रही हो !!

माँ – वही कर रही हूँ जिसमे तुम्हे ख़ुशी मिले !! आखिर अपने एकलौते बेटे के लिए ये करना गलत थोड़ी है !!

बेटा – माँ !!! नहीं !! ये करना गलत है किसी को पता लग गया तो !!

माँ – मैं तो किसी को नहीं बताने वाली पर क्या तू बताने वाला है ?
बेटा – अहह ममम नहीं।

माँ – बस ये हुई न बात अब देख आज के बाद तू अपनी माँ का पीछा कभी नहीं छोड़ने वाला।

बेटा – नहीं मुझे ठीक नहीं लग रहा। ये सब करने की हमे जरूरत नहीं है।

माँ (बेटे के कच्छे में हाथ डालते हुए) – बेटा तुझे हो न हो पर मुझे तो जरूरत है।

ऐसा कहने के बाद मेने अपने ही बटते के लिंग को पकड़ कर हिलना शुरू कर दिया। उसका लिंग थोड़ा नरम और ढीला हो चूका था पर उसके टोपे से अभी भी अपनी टपक रहा है।

मैंने बेटे के होठो को चूमना शुरू कर दिया और वो भी मेरे सूट के ऊपर से मेरी छाती की पहाड़िया एक हाथ से दबाने लगा। ऐसा करते हुए उसने मेरी गर्दन पर हाथ रखा और धीरे धीरे मेरे होठो को चूसने लगा। मेरे मुँह की सारी लिपस्टिक उसके होठो पर लग गई। मेरी रस भरी छाती वो अलग अलग तरह से कपड़ो के ऊपर से दबाने लगा और मैं उसका लिंग हिला कर खड़ा कर दी।

उसके बाद बेटे के अंदर से डर निकल गया और वो मुझे चुमंता हुआ खड़ा हुआ और मेरी गांड जीन्स के ऊपर से ही सहलाने लगा।

उसने एक हाथ से मेरी चुकी को नोचा और दूसरे हाथ को मेरे चूतड़ों के बीच घुसा कर रगड़ने लगा। उसके हाथ मेरे शरीर पर चले जा रहे थे और होठो मेरे होठो को चूस कर लाल कर रहे थे। मेरी भी सासे तेज और चुत गीली हो रही थी। उसे लंड मेरे हाथो में गर्म और कड़ा होते जा रहा था। जैसे जैसे मैं उसे हिला रही थी उसके मुँह से लरसलसे माल की बुँदे निकल रही थी।

ऐसा उसने कुछ देर किया और फिर मेरी जीन्स में हाथ डालकर कच्छी के अंदर घुसा दिया। कच्छी के अंदर वो अपना हाथ मेरे चुत गांड के छेद तक पहुंचाया और फिर उन्हें अंदर से रगड़ने लगा।

अहह अऊ अहह अहह मैं ऐसी अष्लील आवाजे निकाल रही थी और वो मेरी सासो से सासे मिलाता हुआ मेरे छेदो में अपनी ऊँगली घुसा रहा था। मेरा खुद का बेटा मेरे शरीर से चिपक कर मुझे अलग अलग जगह छूकर गिला कर रहा था। वो ऐसे ही मजे लेता रहा तो मुझे लगा उसकी चुदाई करने की हिमंत नहीं हो रही। मैंने उसे रोका और नीचे बैठ कर उसका लौड़ा पकड़ क्र हिलाने लगी।

लिंग का बड़ा लाल टोपा और गर्म खाल मैं ऊपर नीचे करने लगी। ऐसा करते हुए मैंने अपने बेटे को देखा और फिर उसके लाल टोपे को अपने लाल होतो से चूसने लगी। उसे टोपा लगातार पानी चोदे जा रहा था जिस से मैं समज गई की अब मेरी चुत की बारी आ गई है।

बेटे के साथ चुदाई !

उसका लंड मैंने अंदर गले तक लिया और बाहर निकला। उस वक्त तक वो पूरा गिला हो चूका था और बेटा भी तेजी से हाफ रहा था मनो एक और चूसे से उसे माल निकल जाए।

मैंने लंड चूसकर उसे पूरा थूक से गिला किया और भी उसकी गोटिया भी मुँह के अंदर भर कर प्यार से चूसने लगी। गोटिया मुँह में आते ही बेटे की जंगखे कपकाने लगती तो मैं समज गई की उसे दर्द हो रहा है।

तभी उसे अपना हाथ आगे बढ़ाया और अपनी गोटियों को नीचे से पकड़ कर मेरे मुँह के आगे कर दक़िया और कहा “इन्हे जोर से चुसो !!” उसके ऐसा कहने पर मेरे अंदर की रंडी बाहर निकली और मैं अपने लाल होठो से उसके काले झाट दार गोटे चूसने लगी। थूक से गीले गोटो को मैंने अपने होठो से जोर जोर से चूसा और बेटा गन्दी कापता हुआ सेक्सी अश्लील आवाज करने लगा। “अहह उह्ह्ह अम्म !! अहह मम्मी !!!” वो कुछ ऐसी चीजे कहता रहा है मैं उसके अंडे चूस चूस कर उसमे भरे पानी को महसूस करने लगी।

थोड़ी देर बाद ही उसका टोपा मुँह से लस लसे पानी की लार छोड़ने लगा तो मैं पीछे हटी और अपनी जीन्स उतर कर उसके सामने खड़ी हो गई। बेटे ने मुझे ठंडी जमीं पर लेटाया और मेरी कच्छी साइड कर के मेरी काली चुत को चाट कर चुदाई के लिए तैयार करने लगा।

उसने मेरी चुत चाटी और ऊपरी हिसे को बार बार चूस कर मोटा लाल कर डाला। मैंने अपना सर उठा कर देखा तो उसका लिंग लाल हो रखा था और ऊपरी हिस्से से लम्बी लाल छोड़ रहा था। बेटा जल्द से जल्द अपना लिंग मेरे अंदर डालना चाहता था पर चुत का स्वाद भी लेना चाहता था।

अहह उह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह बीटा अह्ह्ह !!!! अहह उसने बिना शर्म और घिन खाये मेरी पूरी चुत को चाटा और अंदर तक जुबान घुसा दी। उसके बार खुद ही मेरी योनी से हल्का हल्का पानी निलने लगा जिसे वो चख कर मुझे चोदने के लिए तैयार हो गया।

उसने अपने पजामे को उतरा और कच्छे को निकाल कर मेरे ऊपर चाड गया। उसने मुझे देखा और मैंने उसका लंड पकड़ कर उसका तपा अंदर घुसा दिया। टोपा जैसे ही चुत के होठो के बीच घुसा उसने जोर दार धका लगा कर पूरा लिंग मेरी चुत में घुसा डाला।

इस तरह मुझे चोदते हुए उसे जल्दी जल्दी मेरे सुट को ऊपर किया और मेरी छाती को बाहर निकाल दिया। बाहर निकल कर उसे मुझे ब्रा के ऊपर से ही चूसना शुरू कर दिया। उसके अंदर की कामवासना आग बढ़ती ही जा रही थी। उसने मेरी छाती को अपने होठो से चूसना शुरू कर दिया वो भी बिना रुके।

बस यही तो एक औरत चाहती है। कोई जोर जोर से उसकी छाती चूसे और चुत को लंड से पेलता रहे। मुझे आनंद आ रहा था मेरी आंखे उलटी हो गई और शरीर बेजान होकर बेटे की चुदाई झेलता रहा।

बेटे की चुसाई का आनंद लेने के लिए मैंने अपने हाथो को आगे अबदया और अपनी ब्रा से दोनों दूध बाहर निकल दिए। बाहर निकलते ही उसे अपने गीले होठो से सीधा मेरे निप्पलों पर वार किया और उन्हें चूसने लगा।

अगर वो ऐसा हर रोज करे तो मेरी छाती से दूध निकला फिर शुरू हो सकता था। उसके बाद उसे अपने हाथो से मेरी चूचिया पकड़ी और मेरे दोनों स्त्नो को हर जगह से चूस चूस कर मुझे मजा देने लगा। मेरी छाती सिर्फ निप्पल की तरफ से ही नही बल्कि कर जगह से लाल हो गई थी।

इसी तरह वो मेरी कुछ देर चुदाई करता रहा हाउ फिर चुत से गन्दी गीली आवाजे निकलने लगी “फच फच फच फच फच पच पच पच पच !!”

हाँ मैं अपनी छोड़ रही थी और चोदे ही जा रही थी। मेरी जाँघे चूतड़ और बेटे का लिंग चुत के पानी से गिला हो गया।

उसके बाद मेरे बेटे ने मेरी गांड चॉदनी चाही तो उसने मेरी एक जांघ को ऊपर हवा में उठाया और फिर उसे गले लगा कर मेरी गांड के छेद में अपना लंड घुसाने लगा। हाँ सही समझे वही छेद जहा से मैं टटी करती हूँ। मेरी गांड का छेद सुका था तो उसने मेरे मुँह में अपनी बड़ी वाली ऊँगली डाली और उसे गिला कर के मेरी गांड में घुसा दिया।

घुसा कर उसने मेरी गांड में उसे कुछ देर अंदर बाहर किया तो मेरी गांड गर्म होकर थोड़ी खुल गई। ऐसा करने के बाद उसे अपने हाथ पर थूका और फिर अपने खड़े लंड को उसी हाथ से हिलने लगा।

बस मेरी गांड और उसका लंड दोनों गीले थे तो उसे ऊपर छेद के ऊपर लगा कर उसे अंदर धकेल दिया। अहह क्या एशस था। बीना कंडोम के बेटे का लंड मैं अंदर लेने लगी। वो अपने कूल्हों को हिला हिला कर मुझे चोदने लगा और मैं उसका लंड अपनी कसी हुई गांड में लेने लगी। मेरी टाइट गांड के छेद से बेटे का लंड जबरदस्त रगड़ खा रहा था।

मेरी गांड की खुदाई वो इस तरह करता हुआ मेरी चुत में अपनी दो ऊँगली देने लगा और मुझे दोनों जगह से चोदने लगा।

अहह अहह ओह्ह। बस कुछ ही देर मैं बेटा पसीने पसीने हो गया और अपनी चार्म सुख तक पहुंच गया। साथ ही उनकी दोनों उंगलिया मेरी चुत को भी चोद रही थी। वो जोर जोर से मुझे दोनों जगह चोद रहा था जिस वजह से मैं भी पागल हो रही थी। अगर मेरे बस में होता तो आप लोगो को उस वक्त की वीडियो भी बना कर दिखा देती।

उसने कई बार मेरी गांड चोदते हुए मेरी चुत से अपनी उंगलिया निकली और उन्हें अपने मुँह में डालकर चाटने लगा। वो मेरी चुत के अपनी का नाश कर रहा था। उसे बार बार ऐसा किया और हार बार चाटने के बाद उसकी कमर और तेजी से मेरी गांड चोदने लगी। मेरी चुत का रस चाट कर उसके अंदर चुदाई की भूक और जायदा बाद जाती।

बस यही देख मेरी चुत से गर्म मलाई निकलने लगी जिसे वो अपने हाथ में भर भर कर मेरी गांड चोदता हुआ उसे चाटने लगा। इस तरह पहली बार किसी ने मेरी चुत चाटी और चोदी थी।

बस थक कर मैं वैसे ही पड़ी रही और वो मेरे चूतड़ों के छेद चोदता रहा। कुछ ही देर मैं मेरी चुत का रास चख कर उसने भी अपने लंड का पानी मेरी चेद में चोद दिया। माल चोद कर उसने अपने लिंग को और अंदर धकेला और मेरी छाती के अंदर मुँह घुसा कर गहरी सासे लेता रहा।

मैंने उसके बालो को सहलाया और फिर उसके माथे पर चुम कर उसे गले से लगाए रखा।


ये थी एक माँ बेटे की अन्तर्वासना कहानी। काले लंड और चुत वाली लड़कियों नीचे कमेंट जरूर करना।

आपको कहानी कैसी लगी?
+1
372
+1
173
+1
2
+1
470
+1
3
+1
4
+1
5

Similar Posts

3 Comments

  1. तुम्हारा बेटा बड़ा किस्मत वाला है जो तुम्हारी चुत का पानी दूध की तरह पीता है। मैं भी अपनी बीवी को चोदा हुआ बीच बेच में उसका चूत चाट लेता हूँ इस से मेरा भी काफी जोश बढ़ता है। मैंने भी इस वेबसाइट पर अपनी हिंदी सेक्स स्टोरी भेजी है उसका नाम “बीवी की गांड और मेरी दुकान है।” सभी लोग जरूर पढ़ना।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *