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मित्र की माता को लंड से प्रणाम Part 1

अपने दोस्त के घर जाकर रौनक ने अपने दोस्त की सेक्सी मम्मी को अपने लंड से प्रणाम किया और उनकी चूचियों को चूस कर बेहाल किया। रौनक ने अपनी चुदाई कहानी में बताया की कैसे उसने सबसे पुराने दोस्त की माँ के साथ पलंग तोड़ चुदाई की। रौनक ने अपनी कहानी में बताया की उसकी मम्मी काफी भारी और बड़ी छाती वाली औरत थी जिसे उसने उछाल उछाल कर चोदा जिस कारण पलंग भी नीचे से टूट गया।


दोस्त की सेक्सी मम्मी की अन्तर्वासना

मेरा नाम रौनक है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। ऐन कहा रहता हूँ ये तो नहीं बताउगा क्यों की वो मेरे लिए सही नही होगा और कहानी में सरे किरदारों का नाम अलग होगा। तो मेरा एक बहुत पुराण दोस्त था मनीष। मनीष की दो बड़ी बहने थी जो की काफी सेक्सी माल थी। उसकी सबसे बड़ी बहन की गांड बड़ी थी और छोटी बेचन की बहन क्यूट थी। दोनों की शादी की उम्र हो राखी थी जिस वजह से दोनों का शरीर भरा फुला था।

मैं अक्सर उसके घर जाया करता था उसे से मिलने के बहाने पर असल में मुझे उसकी बहनो को देखना होता था। मैं ज्यादातर सुबह के वक्त जाया करता था क्यों की उस वक्त उसके बहने घर की सफाई कर रही होती थी जिस वजह से उनके आधे कपड़े गीले होते थे। उनके गीले कपड़ो के आरपार मोटी गोल चूचिया देख मेरा लिंग नम होने लगता। इसी वजह से एक दिन मैं उसके घर जा पंहुचा। वहा गया तो पता लगा उसकी बहने घर पर तो थी ही नहीं बस उसकी माता थी।

मनीष से बाते करता हुआ मैं उसकी बहनो के बारे में सोचने लगा पर तभी उसकी मम्मी मेरे सामने चाय बिस्कुट की ट्रे लेकर आई और मेरे सामने झुक कर टेबल पर रख दी। उसी दौरान मेरी नजरे भी आंटी की दरार पर पद गई और मैं मनीष की बहनो को छोड़ आंटी को चोदने का समना देखने लगा। आंटी ने साड़ी पहन राखी थी। उन्होंने अपने एक स्तन को तो सदी से छुपा रखा था पर दूसरा बगल से झक रहा था। ब्लाउज के अंदर छुपे मोठे नरम स्तन देख मेरा दिल तेजी से धड़क रहा था। तभी आंटी ने कहा “अरे बेटा चुप क्यों छाए क्यों नहीं पीते !! और कुछ खाने का मन है तो मैं बना देती हूँ !!”

(रौनक को वैसे बड़ी उम्र की औरते ज्यादा पसंद नहीं है पर नजाने क्यों जब मनीष की बहने उसे नहीं दिखी तो वो अपनी हवस उसकी माता को देख पूरी करने लगा। सबसे ज्यादा वो आंटी की चूचिया देख कामुक हुआ और अपने खड़े लिंग को अपने जांघो के बीच छुपा कर वही बैठा आंटी के हाथ की गर्म चाय का आनंद लेने लगा।)

अब हुआ क्या मेरा दोस्त अपने फ़ोन में PUBG खेले लगा तो मैं भी उसके साथ लग गया। उसके पास महंगा फ़ोन था। थोड़ी देर बाद मुझे प्यास लगी तो मैं रसोई में पानी पिने चला गया। रसोई में घुसा तो देखा उसकी सेक्सी मम्मी रसोई में अपनी मोटी गांड हिला हिला कर रोटी बेल रही थी। मैं पीछे से हिलती सेक्सी रसीली गांड देख कामुक हो गया। मैं धीरे से आगे गया आउट आंटी के चूतड़ों में अपना मुँह घुसा कर चुत गांड के छेदो को सूंघने लगा।

दोस्त की मम्मी – अहह बेटा !! क्या क्या कर रहे हो तुम !!!

रौनक – आंटी बुरा मत माना पर मैं आप से कर्षित हूँ आप काफी खूबसूरत हो !!

दोस्त की मम्मी – बेटा पर ये क्या कर रहे हो !!

रौनक – आंटी मैं आपको आपकी जवानी के याद करवाना चाहता हूँ क्या आप मेरे साथ चुदाई करोगी।

आंटी ने थोड़ा प्यार से मुझे देखा और मेरे सर पर हाथ रख कर मेरा मुँह अपने चूतड़ों के बीच दफनाने लगी। उनकी नरम गांड के बीच मेरा मुँह घुसते ही मेरा लंड खड़ा हो गया। आंटी अंदर ही अंदर गीली होने लगी और मैं भी उन्हें साड़ी के ऊपर से ही चाटने लगा।

आंटी गांड से निकलने वाली चुत की खुसबू मुझे मस्तमौला कर रही थी। मैंने धीरे से उनकी साड़ी और पेटीकोट उठाया और अंदर मुँह घुसा कर कच्छी में अपनी नाक दफना दिया। आंटी की गांड और चुत की सुगंद मैं एक कुत्ते की तरह ले रहा था। मैंने धीरे से कच्छी नीचे सरकै तो देखा आंटी की चुत से लस लसी लार निकल रही थी। कच्छी नीचे से गीली थी।

(रौनक आंटी के साथ चुदाई कर तो लेता पर उसे बस अपने दोस्त का डर था। पर अगर उसकी माँ ही चुदाई के लिए राजी हो तो वो क्या कर सकता था। उसने एक पल सोचा की वो ये जो कर रहा है सही नहीं है और फिर उसने अपना मुँह बाहर निकाला चाहा। पर आंटी पुरे मूड में आ चुकी थी उन्होंने अपने एक हाथ से अपने एक चूतड़ को फैलाया और फिर दूसरे हाथ से रौनक के सर को पकड़ कर उसे अंदर घुसा दिया।)

आंटी ने मुझे जाने नहीं दिया और मेरा मुँह अपनी गांड के बीच घुसा कर मुझ से अपनी गांड चटवाने लगी। मैं भी अपना लंड बाहर निकाल कर उसे हिलाता हुआ उनकी गांड चाटता रहा।

आंटी – अहह उह्ह्ह !!

रौनक – हम्म हम्म्म !! अह्ह्ह !!

आंटी – चाटो बेटा !! केसा लग रहा है !!! मेरा चुत का स्वाद !!

रौनक – हम्म नमकीन है आंटी !!! जैसे आप का बदन है !!!

दोस्त की माँ की जबरदस्त चुदाई

अब इसके बाद गर्दन आंटी की साड़ी से बाहर निकाला तो देखा मेरा दोस्त मनीष पीछे खड़ा अपना लंड हिला रह था। ये देख मैं समज गया की मनीष भी मुझे आंटी के साथ सेक्स करता देखा चाहता है। उसके मुँह से लार टपक रही थी और वो अपना लंड जोर जोर से हिला रहा था। अब माँ बेटे की हाँ देख मैं आंटी की साड़ी ऊपर किया और अपना लंड उनके मोटे चूतड़ों के बीच घुसा कर उन्हें ढके लगाने लगा। मेरा लंड न तो उनकी गांड के छेद में घुसा और ना हे उनकी चुत के छेद में।

मैं इस तरह अपना पतला शरीर जोर जोर से हिला कर आंटी की छाती ब्लाउज के ऊपर से दबोच कर उहे चोदने की कोशिश करने लगा। आंटी मुस्कुराते हुए गुनगुनाने लगी और मेरी हवस का मजा लेने लगी। वो ये देख कुश थी की एक जवान लड़का उन्हें देख कैसे पागल हुए जा रहा है।


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10 Comments

  1. Maharashtra me kisi girl, bhabhi, aunty, badi ourat ya kisi vidhava ko maze karni ho to connect my whatsapp number 7058939556

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