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दोनों बेटियों को चोद डाला !

हरियाणा के राजेंद्र राणा एक 45 साल के आदमी है। उनकी कहानी में उन्होंने काफी गंद मचा रखा है। अपनी दोनों बेटियों की चुदाई कर के उन्होंने दोनों के ऊपर से बॉयफ्रेंड बनाने का भूत उतारा और अपने आप की अन्तर्वासना को भी शांत किया।


बेटी की चुदाई

हमारा नाम राजेंद्र राणा उम्र 45 रहने वाला हरियाणा का। हमारी 2 बेतिया है जो 19 और 25 की है। बेटा नहीं है। हम चाहते थे की मारा नाम बेटिया रोशन करे पर ऐसा नो होया। यो चोरिया ते लड़का के चकरा में फास गई। दोनों ने एक एक बॉयफ्रेंड बना रखा है और हफ्ते में एक बार उसने मिलने जाती है।

अब एक दिन हमे गुसा आया तो बड़ी वाली बेटी को मैंने कमरे में बंद कर खूब चोदा। ओहले तो मैंने उसने गले लगाया और फिर उसके गर्दन पर चूमता हुआ बेटी को दबोच लिया। उसके मुँह को चूमा और सुंदर चेहरे को देखते हुए उसके स्तनों को छूने लगा। बेटी की चुत गीली रंडी का भोसड़ा बनाने के लिए मैंने उसकी सलवार में हाथ दिया और गन्दी कच्छी में रगड़ने लगा। बेटी की आंखे रसीला शरीर सब कापने लगा।

इतने में मेरी छोटी बेटी कमरे में घुसी और फिर उसने हमे सेक्स करता देख लिया। हमे झट से उसकी गर्दन पकड़ी और उसे पास खींच कर होठो पर चूमने लगा। दोनों बेतिया मेरी गिरफ्त में और मैं दोनों को चूस चुम कर गीला करने लगा।

बड़ी वाली की चूचिया बड़ी थी और छोटी बेटी की गांड। मैं बड़ी बेटी की चुत रगड़ता हुआ चोटी बेटी के मुँह को चूमने लगा और पीछे से उसकी टाइट जीन्स के ऊपर से ही उसकी गांड दबाने लगा। रसीली बेटियों की छाती गांड कोमल थी। हाथ लगा कर मेरा लिंग किसी शेर की तरह दहाड़ने लगा। अब तक दोनों बेटियां गीली हो चुकी थी।

मैंने बड़ी बेटी को चटाई पर लेटाया और उसकी सलवार खोल चुत चाटने लगा। गर्म गीली और काली चुत धीरे धीरे अपनी छोड़ रही थी। बड़ी बेटी की चुत चाटते हुए मैने एक हाथ से उसकी नरम छाती को दबाना शुरू किया तो दूसरे हाथ से छोटी बेटी की बड़ी गांड मसलना।

तब तक छोटी बेटी भी फुल सेक्स के मूड में थी।

मैंने जल्दी से अपना धोतड़ उतारा और फिर बेटी की चुत छोड़ कर उसके बगल में लेट गया। चोटी बेटी जल्दी से अपनी जीन्स उतारी और फिर अपनी गांड फैला कर मेरे मुँह के ऊपर बेथ कर मुझे अपनी चुत का स्वाद देने लगी।

बड़ी बैठी ने अपना गदराया शरीर मेरे ऊपर रख मेरे लंड पर खुदने लगी। उसकी नरम छाती मेरी मरदाना और रगड़ खाने लगी। दोनों बेतिया मेरे ऊपर कूद कूद कर अपनी रांड चुतो को हवस का आनंद दे रही थी।

दोनों बहने अपने पिता के लंड मुँह का अच्छे से इतेमाल करते हुए गन्दी आवाजे निकल रही थी। कमरे में बेटियों की चुतो की गन्दी बदबू और आवाजे फेल रही थी।

इतने में मेने अपनी गांड हवा में उठाई और फिर हिलाते हुए बिटिया को चोदने लगा।

दोनों बेटिया – अहह अहह ओह्ह अहह पापा अहह पापा अहह अहह उठ अहह मम बेबी !!

मैंने थोड़ी देर बाद बड़ी बेटी को चोद कर बेहाल कर दिया उसके बाद छोटी बेटी अपने आप मेरे ऊपर छड़ी और फिर मेरी गोटियों को चूस चूस कर लालम लाल कर दिया। उसके बाद हमारा लिंग हिलाया और टुंपा बाहर निकल कर चुत के अंदर घुसा दिया। साथ ही बड़ी बेटी अपनी रसीली चूचिया मेरे मुँह के सामने कर के बेथ गई और मैं उन्हें चुस्त हुआ छोटी बेटी की छोड़ी गांड चोदने लगा अहह अहह उठ।

छोटी बेटी की बड़ी सी गांड मैंने कस कर दबोची और फिर अपनी कमर जोर से हिलता हुआ अपनी बेटी को पेलता रहा। अहह अहह अहह बेटी चिलाती रही और मैं बड़ी बेटी की नरम चूचिया चूसने में लगा रहा। अहह अहह उठ मैं जोर से लंड बाहर निकालता और फिर जोर से अंदर घुसा देता।

फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच फच

भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़ भाड़

अहह अहह अहह यह अहह अहह अहह पापा और और पेलो हमरा पानी निकलने वलाल है अहह अहह। बड़ी बेटी की चूचिया लाल हो गई और फिर भी वो मेरे मुँह में अपने निपल गुसा कर अपनी चुत रगड़ती रही। अहह अहह अहह अहह अहह।

बेटी की गांड लालमलाल और बड़ी बेटी की चूचिया सूज गई। ऐसा लग रहा था की अगले ही पल मेरी बेटी की छाती से दूध निकलने वाला है। अहह अहह उठ।

मैंने भी थोड़ा लिंग बाहर निकाला और टोपा बेटी की चुत पर रगड़ने लगा साथ ही बड़ी बेटी की के सेक्सी जांघो को पकड़ा और फिर अपना मुँह घुसा कर उसकी गन्दी चुत को मेरे लंड के पानी से सनी हुई थी मैं वो चाटने लगा। हम्म।

अगले ही पल दोनों बेटियों की चुत से मस्त मलाई निकलने लगी और मैं चाटने लगा। पहले तो बड़ी बेटी ने मालकर छोड़ा और हीर चोटी वाली ने। मैं भी लगातार बड़ी बेटी की चुत चाटता रहा हाउ फिर छोटी बेटी की चुत में उनलगी डाल कर उसकी मलाई चाटने लगा।

दोनों की चुतो का स्वाद लाजवाब था यह आनंद से मेरा भी लंड सफ़ेद माल निकाल दिया और छोटी बेटी उसे अपने मुँह में भरकर मेरे लंड से आखिर बून्द भी चूस ली। इसी के साथ वो आगे बड़ी और मेरी बड़ी बेटी को चूमे लगी और एक साथ दोनों ने मेरे लंड का स्वाद चख लिया।


हमारी कहानी पढ़ने के लिए आपका धनयवाद।

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