झोपडी में प्रेस वाली के साथ चुदाई भाग 2
तो दोस्तों अब हुआ क्या मैं अगले दिन प्रेस वाली की दुकान पर चला गया। वहा वो अकेली मेरी इंतजार कर रही थी। उसने मेरा हाथ पकड़ा और खींच कर पास वाले झोपड़े में लेजाने लगी तभी मैं हैरान हो गया। वो मुझे गंदे झोपड़े में लेजा कर चुदाई करना चाहती थी। दोस्तों मेरा नाम नमक है और ये मेरी Antarvasna Kahani का दूसरा भाग है पहला भाग पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाए। झोपडी में प्रेस…