गाँव का छोरा, शहर की रंडी
मनीश, 26 साल का गाँव का लौंडा, शहर में नौकरी ढूंढने आया, पर उसका मन रंडियों पर अटक गया। एक रात उसकी मुलाकात करिश्मा से हुई, जिसके 38DD चूचे और मटकती गांड देख मनीश का लंड पानी छोड़ने लगा। 2000 रुपये देकर दोनों सस्ते होटल गए।
वहाँ मनीश ने करिश्मा के चूचों को चूसा, गांड मारी, और हर पोज में चोदा। रात भर चुदाई का तूफान चला, और आखिर में मनीश ने करिश्मा के चूचों पर माल उड़ेल दिया। करिश्मा ने तारीफ की, और दोनों हंसते हुए अलग हुए। ये देसी कहानी है जोश और ठरक से भरी है।
मनीश, एक 26 साल का लौंडा, गाँव से शहर आया था नौकरी ढूंढने। लेकिन नौकरी से ज्यादा उसका ध्यान तो शहर की रंडियों पे था। उसकी जेब में थोड़े से पैसे थे, और दिल में आग कि आज कुछ धमाकेदार करना है! एक रात वो गलियों में घूम रहा था, जब उसकी नजर पड़ी करिश्मा पर। करिश्मा, भाई, साला क्या माल थी! उसके चूचे इतने बड़े कि मानो दो तरबूज साड़ी में कैद थे, 38DD साइज, भारी, गोल, और इतने टाइट कि ब्लाउज फटने को तैयार। उसकी गांड ऐसी कि हर कदम पे मटक-मटक के भूकंप ला दे, और कमर इतनी पतली कि मनीश का दिमाग घूम गया।
लाल टाइट ब्लाउज में उसके चूचे बाहर निकलने को बेताब, निप्पल्स साफ़ दिख रहे थे जैसे ब्लाउज में छेद कर रहे हों। हरी साड़ी में उसकी गांड ऐसी मटक रही थी कि हर ठुमके पे मनीश का लंड जीन्स में तन गया। मनीश ने करिश्मा को देखा, और भाई, उसका 8 इंच का लंड तो ऐसे पानी छोड़ने लगा जैसे नल टूट गया हो। जीन्स में गीला दाग बन गया, और वो साला शरमाते हुए करिश्मा के पास गया। बोला, “ऐ करिश्मा, कितना लोगी?” करिश्मा ने एक ठरकी हंसी मारी, अपनी जीभ होंठों पे फेरी, और बोली, “लौंडे, तेरा सामान देख के रेट तय करूंगी। दिखा, क्या लाया है!” मनीश ने सीना ठोका और बोला, “बस, तू होटल चल, आज तुझे स्वर्ग दिखाऊंगा!” करिश्मा ने नशीली आंखों से देखा, बोली, “चल, ठीक है, 2000 रुपये, और मजा गारंटी!” दोनों एक सस्ते से होटल में पहुंचे, जहां पंखा चरमराता था और बिस्तर की चादर गंदी, लेकिन मनीश का ध्यान तो बस करिश्मा की चूचियों और मटकती गांड पे था।
करिश्मा ने साड़ी का पल्लू गिराया, और भाई, वो नजारा देख के मनीश का दिल धक-धक और लंड टक-टक! करिश्मा का ब्लाउज इतना टाइट था कि चूचे बाहर फटने को तैयार थे। मनीश ने बिना देर किए करिश्मा को बिस्तर पे धकेला और उसका ब्लाउज फाड़ डाला। बाहर निकले वो विशालकाय चूचे, साला 38DD, गोल, तने हुए, और निप्पल्स ऐसे कि मानो गुलाबी चेरी टप्पर पे रखी हो। मनीश का मुंह लार टपकाने लगा। वो करिश्मा के चूचों पे टूट पड़ा जैसे भूखा शेर। एक चूचा मुंह में लिया, जीभ से निप्पल को चाट-चाट के लाल कर दिया, और दूसरा चूचा इतना जोर से दबाया कि करिश्मा की सिसकारी निकल गई, “आह्ह, मनीश, जरा धीरे, साले, ये चूचे नहीं, तेरी जिंदगी हैं!” मनीश ने जीभ से निप्पल को गोल-गोल घुमाया, चूसा, और फिर चूचे के बीच में जीभ फेरी जैसे कोई आइसक्रीम चाट रहा हो। करिश्मा की आंखें बंद हो गईं, और वो बोली, “लौंडे, तू तो जानवर है!”
मनीश ने हंस के कहा, “अभी तो शुरूआत है, करिश्मा, तेरी गांड की बारी भी आएगी!” करिश्मा ने अपनी साड़ी पूरी खोल दी, और भाई, उसकी गांड देख के मनीश का लंड जीन्स में ही झटके मारने लगा। गोल, रसीली, और इतनी भारी कि हर मटक पे लहर उठती थी। करिश्मा मटक-मटक के बिस्तर पे लेटी, और मनीश ने अपनी जीन्स उतारी। उसका लंड, साला, 8 इंच का हथियार, पहले से ही पानी टपका रहा था, और टोपा गुलाबी होके चमक रहा था। करिश्मा ने देखा, अपनी जीभ होंठों पे फिराई, और बोली, “वाह, गंवार, ये तो मस्त माल है!” वो बिस्तर पे घुटनों के बल बैठी, मनीश का लंड अपने मुलायम हाथों में लिया, और जीभ से टोपा चाटने लगी। मनीश की सिसकारी निकल गई, “हाय, करिश्मा, तू तो साला जादू कर रही है!” करिश्मा ने लंड को पूरा मुंह में लिया, चूस-चूस के लॉलीपॉप बना दिया, और बीच-बीच में टोपे पे जीभ घुमाकर मनीश को पागल कर दिया।
मनीश ने करिश्मा की टांगें चौड़ी कीं, और उसकी चूत पे हाथ फेरा। गीली, गरम, और पूरी तरह तैयार! चूत इतनी चिकनी थी कि मनीश की उंगलियां फिसल गईं। उसने अपनी जीभ से करिश्मा की चूत को चाटा, और करिश्मा की सिसकारियां कमरे में गूंज गईं, “हाय, मनीश, तू तो मेरी जान ले लेगा!” मनीश ने बिना टाइम वेस्ट किए अपना लंड उसकी चूत में पेल दिया। करिश्मा चिल्लाई, “आह्ह, साले, धीरे!” लेकिन मनीश कहां मानने वाला था। वो धक्के पे धक्के मारने लगा, और हर धक्के के साथ करिश्मा के विशाल चूचे उछल-उछल के बिस्तर को और गरम कर रहे थे। मनीश ने एक चूचा पकड़ा, उसे दबाते हुए चोदता रहा, और दूसरी उंगली से करिश्मा के निप्पल को मसला। करिश्मा की सिसकारियां पूरे होटल में गूंज रही थीं, “हाय, मनीश, और जोर से, फाड़ दे मेरी!” मनीश ने स्पीड बढ़ाई, और कमरे में थप-थप की आवाज गूंजने लगी।
फिर मनीश ने करिश्मा को पलटा, और उसकी मटकती गांड देख के तो उसका दिमाग खराब हो गया। गोल, भारी, और इतनी रसीली कि मनीश का लंड और सख्त हो गया। उसने करिश्मा की कमर पकड़ी और पीछे से लंड डाला। करिश्मा चीखी, “हाय, गंवार, ये क्या!” लेकिन मजा ले रही थी। मनीश ने गांड पे एक चपट मारी और बोला, “ये ले, करिश्मा, तुझे तो आज चांद पे ले जाऊंगा!” वो पीछे से पेलता रहा, और करिश्मा की गांड हर धक्के के साथ लहरा रही थी। उसने करिश्मा के चूचे पीछे से पकड़े, उन्हें जोर-जोर से दबाया, और निप्पल्स को मरोड़ा जैसे कोई बटन दबा रहा हो। करिश्मा की चीखें अब गूंज में बदल गई थीं, “मनीश, साले, तू तो मेरी गांड फाड़ देगा!”
मनीश का 8 इंच का हथियार अब पूरी रफ्तार में था। करिश्मा की गांड पे हर धक्का ऐसा पड़ रहा था कि बिस्तर की चरमराहट होटल की दीवारों से टकरा के बाहर तक जा रही थी। करिश्मा की सिसकारियां चीखों में बदल चुकी थीं, “आह्ह, मनीश, साले, तू तो मेरी जान ले लेगा!” मनीश ने हंसते हुए कहा, “करिश्मा, अभी तो तेरे चूचों की बारी बाकी है!” उसने करिश्मा को फिर पलटा, और अब वो उसके ऊपर चढ़ गया। करिश्मा के वो 38DD चूचे उछल-उछल के मानो मनीश को चैलेंज दे रहे थे। मनीश ने एक चूचा मुंह में लिया, जीभ से निप्पल को चाटा, और दूसरे को इतना जोर से दबाया कि करिश्मा की आंखें बंद हो गईं। वो बोली, “हाय, लौंडे, तू तो मेरे चूचों का दीवाना है!” मनीश ने मुंह से चूचा निकाला और बोला, “दीवाना नहीं, तेरा भक्त हूँ, रानी!” फिर उसने दोनों चूचों को एक साथ पकड़ा, उन्हें मसला, चूसा, और बीच-बीच में चाट-चाट के करिश्मा को पागल कर दिया।
करिश्मा की चूत अब इतनी गीली थी कि बिस्तर की चादर तक भीग चुकी थी। मनीश ने करिश्मा की टांगें अपने कंधों पे रखीं, और फिर से लंड पेल दिया। इस बार वो धक्के इतने गहरे थे कि करिश्मा का पूरा बदन हिल रहा था। हर धक्के के साथ उसके चूचे ऊपर-नीचे उछल रहे थे, और मनीश का लंड पानी टपकाता हुआ अंदर-बाहर हो रहा था। करिश्मा चिल्ला रही थी, “हाय, मनीश, और जोर से, साले, फाड़ दे मेरी!” मनीश ने स्पीड और बढ़ा दी, और कमरे में थप-थप की आवाज ऐसी गूंजी जैसे कोई ढोल बजा रहा हो। फिर मनीश ने करिश्मा को घोड़ी बनाया। करिश्मा की मटकती गांड अब हवा में थी, और मनीश ने पीछे से फिर हमला बोला। उसने थोड़ा तेल लिया, अपनी उंगलियों से करिश्मा की गांड को सहलाया, और फिर धीरे-धीरे अपना लंड उसकी टाइट गांड में पेल दिया। करिश्मा ने एक जोरदार चीख मारी, “आह्ह, मनीश, ये क्या कर रहा है, साला!” लेकिन मनीश ने कमर पकड़ के धक्के शुरू कर दिए। हर धक्का गहरा, हर चीख तीखी! करिश्मा की गांड लाल हो रही थी, और मनीश का लंड अब फटने की कगार पर था।
मनीश ने करिश्मा को फिर चौड़ा किया, और उसकी चूत में लंड डाला। वो धक्के ऐसे थे जैसे कोई सांड रिंग में घुसा हो! थप-थप की आवाज कमरे में गूंज रही थी, और करिश्मा की चीखें, “हाय, मनीश, फाड़ दे, और जोर से!” मनीश ने स्पीड बढ़ाई, एक हाथ से करिश्मा का चूचा दबाते हुए, दूसरा हाथ उसकी गांड के नीचे डाल के उसे और ऊपर उठाया। करिश्मा ने चिल्लाते हुए कहा, “साले, तूने तो मेरी चूत को लाल कर दिया!” मनीश ने हंस के जवाब दिया, “अभी तो तेरी गांड की बारी है, रानी!” उसने फिर करिश्मा को घोड़ी बनाया, और उसकी मटकती गांड में लंड पेल दिया। करिश्मा की चीखें कमरे में गूंज रही थीं, और मनीश का लंड अब फटने को तैयार था। वो बोला, “करिश्मा, तू तो साला पूरा पैकेज है!” करिश्मा, पसीने और मजा में डूबी, बोली, “मनीश, तूने तो मेरी रात बना दी!”
आधे घंटे तक ये तांडव चला मनीश ने करिश्मा को हर पोज में चोदा। मिशनरी में चूचे चूसे, डॉगी में गांड पेली, और फिर करिश्मा को अपनी गोद में बिठा के लंड पे उछाला। करिश्मा की सिसकारियां अब गूंज में बदल चुकी थीं, और मनीश का लंड आखिरकार फट ही पड़ा। उसने करिश्मा के चूचों पे सारा माल उड़ेल दिया, और करिश्मा हंसते हुए बोली, “गंवार, तूने तो मेरे तरबूजों को और चमका दिया!” मनीश हांफते हुए लेट गया, और करिश्मा ने उसकी छाती पे सर रखते हुए कहा, “लौंडे, 2000 रुपये कम थे, तू तो लाखों का माल है!” मनीश ने हंस के कहा, “करिश्मा, तू अगली बार फ्री में मिल, मैं तेरा गाँव ही खरीद लूंगा!” दोनों हंसे, और कमरे में बस पसीने की महक और चुदाई की गर्मी रह गई।